यूपी विधानसभा में भाजपा विधायकों का गेम खेलने और तंबाकू खाने का एक वीडियो सामने आया है। इसमें दिख रहा है कि सदन में एक विधायक मोबाइल गेम खेल रहे, जबकि दूसरे विधायक तंबाकू खा रहे हैं। दोनों ही विधायक भाजपा के हैं। सपा ने इस वीडियो को शेयर किया है।
सपा ने ट्वीट करते हुए लिखा, ''सदन की गरिमा को तार-तार कर रहे भाजपा विधायक! महोबा से भाजपा विधायक सदन में मोबाइल गेम खेल रहे, झांसी से भाजपा विधायक तंबाकू खा रहे। इन लोगों के पास जनता के मुद्दों के जवाब हैं, नहीं और सदन को मनोरंजन का अड्डा बना रहे। बेहद निंदनीय एवं शर्मनाक!"
यह वीडियो दो दिन पहले यानी 22 सितंबर का बताया जा रहा है। इसी दिन सदन में महिलाओं का विशेष दिन मनाया गया था।
सदन की कार्यवाही के दौरान महोबा से BJP विधायक राकेश गोस्वामी मोबाइल में तीन पत्ती गेम खेलते नजर आए। राकेश गोस्वामी महोबा सदर विधानसभा 231 से विधायक हैं। वह 2017 में भी बीजेपी से ही विधायक बने थे। इसके अलावा 2007 में बसपा के टिकट से विधानसभा पहुंचे थे। विपक्ष का आरोप है कि जनता की आवाज उठाने के बजाय विधायक खुद का मनोरंजन करने में ही व्यस्त हैं।
दूसरी तरफ झांसी से भाजपा विधायक रवि कुमार शर्मा टेबल के नीचे छुप कर तंबाकू खाते नजर आ रहे हैं। रवि कुमार शर्मा झांसी की सदर सीट से विधायक हैं। वह तीसरी बार विधानसभा पहुंचे हैं। इससे पहले रवि कुमार 2012 और 2017 में विधानसभा पहुंचे थे। रवि ने छात्र राजनीति से शुरुआत की थी। इसके बाद वह पार्षद भी रहे। उन्होंने पहली बार विधानसभा चुनाव 2012 में लड़ा था। उस चुनाव में समूचे बुंदेलखंड की 19 सीटों में से भाजपा को सिर्फ एक सीट पर जीत मिली थी। सपा ने इन दोनों विधायकों के वीडियो ट्विटर पर शेयर किए। साथ ही इसे निंदनीय भी बताया।
विधानसभा का मानसून सत्र अनिश्चित काल के लिए समाप्त हो चुका है। आखिरी दिन अखिलेश ने महंगाई, महिला उत्पीड़न, किसानों की समस्या को लेकर किए गए सवालों का सरकार की तरफ से जवाब न मिलने का आरोप लगाते हुए सदन से वॉक आउट किया था।
विधानसभा में मोबाइल फोन के इस्तेमाल को लेकर कोई साफ नियम नहीं है। वैसे व्यवहारिक रूप में सदन में कार्यवाही के दौरान मोबाइल फोन इस्तेमाल करने पर पाबंदी है। लिहाजा, तमाम विधायक अपना मोबाइल साइलेंट मोड पर रखते हैं। विधायकों को सदन में एक-दूसरे से बात करने की भी मनाही होती है। जब सदन में कोई सदस्य बोल रहा हो, तो उसे चुपचाप सुनना होता है। यह आचरण नियमावली है। लेकिन, अकसर विधायक एक-दूसरे से बात करते दिख जाते हैं और उस दौरान स्पीकर उन्हें टोकते भी हैं।
27 मई, 2022 को विधानसभा के बजट सत्र के दौरान भी स्पीकर सतीश महाना सदन में विधायकों के फोन बजने से परेशान हो गए थे। यूपी में विधानमंडल सत्र की कार्यवाही के दौरान विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष के आसन के पास आकर सेल्फी लेने और फोन बजने से नाराज विधानसभा अध्यक्ष ने चीफ मार्शल को मोबाइल फोन जब्त कर लेने का निर्देश दे दिया था।
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