ज्यादा पालक खाने से होते हैं यह नुकसान...?

ज्यादा पालक खाने से होते हैं यह नुकसान...?

सर्दियों के दिन यानी सागों की भरमार। वैसे तो पालक दूसरे सीजन में मिल जाता है लेकिन सबसे ज्यादा ठंड में इसकी बहुतायत होती है। और पालक ही नही, मेथी, बथुआ, सरसों, चौलाई, चने की साग जिस सब्जी बाजार में देखो वहां मिल जाते हैं। तो आइए बात करते हैं इन सागों के बारे में जो न्यूट्रिएंट्स से भरपूर हैं।




साग अपने आप में संतुलित डाइट है। एक तरफ विटामिन्स और मिनरल्स और दूसरी ओर फैट और कम कैलोरी। सागों में विटामिन B6, विटामिन B12, फोलेट्स और आयरन की मात्रा अधिक होती है जो हमारे शरीर में न्यूरोट्रांसमीटर्स के बनने और उसे प्रोसेस करने में महत्वपूर्ण होते हैं।


न्यूट्रिशनिस्ट प्रीति देसाई ने ‘पावर प्ले ऑफ लीफी ग्रीन्स’ पुस्तक लिखी हैं। प्रीति बताती हैं कि हर विटामिन का अलग-अलग मेकेनिज्म होता है जो स्ट्रेस घटाता है। साथ ही हरी पत्तेदार सब्जियों में मैग्नीशियम और कैल्शियम भी मिलता है। हम जानते हैं कि मैग्नीशियम की कमी के कारण एंजाइटी डिसऑर्डर होता है। ऐसे में साग खाना हमारी सेहत के लिए जरूरी है।


डायटीशियन डॉ. विजय श्री प्रसाद बताती हैं कि पालक को डाइट में शामिल करने से ब्लड ग्लूकोज लेवल कंट्रोल में रहता है। कैंसर का खतरा कम होता है और हड्‌डियों को मजबूती मिलती है। इसमें मौजूद विटामिंस और मिनरल्स के कई फायदे हैं।


एक कप पालक में ये हैं मौजूद


  1. 7 कैलोरी
  2. 0.86 g प्रोटीन
  3. 29.7 mg कैल्शियम
  4. 0.81 g आयरन
  5. 24 mg मैग्नीशियम
  6. 167 mg पोटैशियम
  7. 141 mcg विटामिन A
  8. 58 mcg फोलेट


डॉ. विजयश्री प्रसाद बताती हैं कि पालक में विटामिन K, फाइबर, फॉस्फोरस और थाईमीन होते हैं। इसमें अधिकतर कैलोरी प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट से मिलता है। 100 ग्राम पालक में 28.1 mg विटामिन C होता है। यह किसी की हर दिन की डाइट में मिलने वाले विटामिन C का 34% हिस्सा होता है। पालक में आयरन, पोटैशियम, विटामिन E और मैग्नीशियम होता है। हेल्दी प्रेग्नेंसी के लिए पालक खाना चाहिए।


पालक को कैसे खाएं: पालक आमतौर पर सब्जी के रूप में खाई जाती है। इसे आलू, टमाटर के साथ मिलाकर पकाया जाता है। पनीर के साथ भी पालक की सब्जी बनती है। पालक को सलाद के रूप में कच्चे भी खाया जाता है। पालक का जूस, पालक के पराठे और पालक को दाल के साथ भी पकाया जा सकता है।


सरसों के साग में न्यूट्रिएंट्स का खजाना होता है। विटामिन A, फोलेट्स, विटामिन C, विटामिन E और विटामिन K के अलावा विटामिन B1, विटामिन B2, विटामिन B3 और विटामिन B6 होता है। इसमें कैल्शियम के साथ कॉपर, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और पोटैशियम भी होते हैं। डॉ. विजयश्री बताती हैं कि सरसों का साग एंटी ऑक्सीडेंट्स का बड़ा स्रोत है। इसमें तीन एंटी ऑक्सीडेंट्स विटामिन A (बीटा कैरोटीन), विटामिन C और विटामिन E पाया जाता है। एंटी ऑक्सीडेंट्स से शरीर को टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद मिलती है। जिन महिलाओं में मेनोपॉज के सिंप्टम्स होते हैं उनके लिए सरसों का साग खाना लाभदायक होता है। अस्थमा के रोगियों को भी इससे फायदा होता है।


सरसों का साग कैसे पकाएं: पालक, बथुआ और सरसों का साग मिलाकर बनाया जा सकता है। इसमें टमाटर, हरी मिर्च और अदरक भी डाला जाता है।


बथुआ का साग ठंड के दिनों में ही मिलते हैं। पालक के मुकाबले इसकी पत्तियां काफी छोटी होती है। बथुआ साग विटामिन A, C और B6 के साथ आयरन, कैल्शियम, फॉस्फोरस और पोटैशियम भरपूर होता है। आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉ. नितिका कोहली बताती हैं कि बथुआ को आयुर्वेद में रक्तशोधक कहा गया है। इसे यकृत उत्तेजक के रूप में भी जाना जाता है। यानी लिवर को फिट रखने वाला। यह बॉडी में बनने वाले टॉक्सिन को खत्म करता है। आयुर्वेद के अनुसार, शरीर के किसी हिस्से में दर्द हो तो बथुआ को पीस कर लगाया जा सकता है। इससे शरीर का दर्द कम होता है। बथुआ में शोठा हर (एंटी इंफ्लैमेटरी) और वेदना शमक (दर्द कम करने वाला) गुण होते हैं इसे खाने से जाड़े के दिनों में जोड़ों का दर्द कम होता है।


कैसे खाएं बथुआ: बथुआ को कच्चा और पका दोनों तरीके से खाया जा सकता है। सब्जी, पराठा, रायता के रूप में इसे खाया जा सकता है।


डायबिटीज रोगियों के लिए मेथी साग रामबाण है। इसमें प्रचुर मात्रा में कैल्शियम, सेलेनियम, मैंगनीज, मैग्नीशियम, विटामिन A व विटामिन C होता है। डायबिटीज के मरीज मेथी का साग सब्जी के रूप में खा सकते हैं। या फिर इसका जूस भी पी सकते हैं। इसमें अमीनो एसिड होते हैं जिससे ब्लड शुगर को कंट्रोल किया जाता है। मेथी साग खाने से अपच भी दूर किया जाता है।


इसमें फाइबर की प्रचुर मात्रा में होता है। सरसों साग की तरह इसमें भी एंटी ऑक्सीडेंट्स गुण होते हैं। मेथी साद में कैल्शियम भी अधिक होता है। इसका सेवन करने से हड्डियां मजबूत होती हैं। मेथी की पत्तियों को पीसकर बालों में लगाने से बाल काले और घने होते हैं। बालों में चमक बढ़ती है।


कैसे खाएं मेथी: मेथी और पालक साग को मिलाकर सब्जी बनाई जाती है। सोया, मेथी और आलू की सब्जी भी लजीज बनती है।


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