बॉयकॉट और नफरती भाषणों पर मायावती की प्रतिक्रिया, मुगल गार्डेन का नाम बदलने पर किया ये सवाल

बॉयकॉट और नफरती भाषणों पर मायावती की प्रतिक्रिया, मुगल गार्डेन का नाम बदलने पर किया ये सवाल

बीएसपी प्रमुख मायावती ने मुगल गार्डन का नाम बदले, नफरती भाषणों, फिल्मों के बॉयकॉट समेत कई मुद्दों पर प्रतिक्रिया दी है.






बीते कुछ दिनों रामचरितमानस विवाद के साथ कई तरह की बयानबाजी चल रही है. इसके अलावा पठान फिल्म विवाद के बाद बॉयकॉट की बता चली थी. वहीं अब सरकार ने मशहूर मुगल गार्डन का भी नाम बदल दिया है. इन सभी मुद्दों पर बीएसपी प्रमुख मायावती की प्रतिक्रिया आई है. 


मायावती ने नफरती भाषणों और बायकाट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "कुछ मुट्ठीभर लोगों को छोड़कर देश की समस्त जनता जबरदस्त महंगाई, गरीबी व बेरोजगारी आदि के तनावपूर्ण जीवन से त्रस्त है, जिनके निदान पर ध्यान केन्द्रित करने के बजाय धर्मान्तरण, नामान्तरण, बायकाट व नफरती भाषणों आदि के जरिए लोगों का ध्यान बांटने का प्रयास घोर अनुचित व अति-दुःखद."


गौरतलब है कि राष्ट्रपति भवन का प्रसिद्ध मुगल गार्डन अब ‘अमृत उद्यान’ के नाम से जाना जाएगा. शनिवार को जारी एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई. राष्ट्रपति की उप प्रेस सचिव नविका गुप्ता ने एक बयान में कहा, ‘‘आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति भवन उद्यानों को ‘अमृत उद्यान’ के रूप में एक सामान्य नाम देकर प्रसन्न हैं.’’ सरकार ने पिछले साल दिल्ली के प्रतिष्ठित ‘राजपथ’ का नाम बदलकर ‘कर्तव्य पथ’ कर दिया था. 


बता दें कि अमृत उद्यान साल में एक बार जनता के लिए खुलता है और लोग 31 जनवरी से इस उद्यान को देखने जा सकते हैं. इस साल के उद्यान उत्सव में, कई अन्य आकर्षणों के साथ ही आगंतुक 12 अनूठी किस्मों के विशेष रूप से उगाए गए ‘ट्यूलिप’ के फूल देख पाएंगे. उद्यान 31 जनवरी, 2023 को आम जनता के लिए खुलेंगे और 26 मार्च, 2023 तक खुले रहेंगे, जबकि हर सोमवार को यह बंद रहेगा. साथ ही ये उद्यान आठ मार्च को होली के मौके पर भी बंद रहेगा.

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