'और अमित शाह कहते हैं लोकतंत्र खतरे में नहीं है!', सरकार के फैक्ट चेक निकाय बनाने पर बरसे सिब्बल

'और अमित शाह कहते हैं लोकतंत्र खतरे में नहीं है!', सरकार के फैक्ट चेक निकाय बनाने पर बरसे सिब्बल

इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने गुरुवार को बताया कि सरकार का फैक्ट चेक निकाय, इंटरनेट फर्मों जैसे गूगल, फेसबुक और ट्विटर आदि को फर्जी खबर के बारे में जानकारी देगा।

 




केंद्र सरकार ने फर्जी खबरों से निपटने के लिए एक नियामक व्यवस्था बनाने का फैसला किया है। हालांकि सरकार के इस कदम की आलोचना भी शुरू हो गई है। अक्सर केंद्र सरकार को निशाने पर लेने वाले राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने एक बार फिर इस मुद्दे पर सरकार को घेर लिया है। कपिल सिब्बल ने कहा कि अब सरकार तय करेगी कि क्या फर्जी है और क्या नहीं? और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कहते हैं कि लोकतंत्र खतरे में नहीं है!


कपिल सिब्बल ने कहा कि 'अब पीआईबी फैसला करेगा कि क्या फर्जी है और क्या नहीं और वह इसे नोटिफाई भी करेगा। अगर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म इसे नजरअंदाज करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अब ये सरकार तय करेगी!...और अमित शाह कहते हैं कि लोकतंत्र खतरे में नहीं है।' बीते दिनों राहुल गांधी के लंदन में दिए बयान में कहा था कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है। इस पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक जनसभा के दौरान राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा था कि 'लोकतंत्र खतरे में नहीं है बल्कि यह आपका (राहुल गांधी) परिवार और खानदानी राजनीति खतरे में है।' माना जा रहा है कि कपिल सिब्बल ने अपने ताजा बयान में अमित शाह के उसी बयान को लेकर तंज कसा है। 


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