अम्बेडकरनगर। अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस ताबड़तोड़ दबिश व कार्रवाई में जुटी है। प्रदेश के मोस्टवांटेड माफिया अजय सिपाही के साथ मुकदमे में हिस्ट्रीशीटर व गँगस्टर सगे भाइयों की मौजूदगी की सूचना पर उनके घर दबिश दी, पर सफलता नहीं मिली।
महरुआ के नसीरपुर गांव के प्रत्येश सिंह उर्फ बंटी तथा गौरव सिंह सगे भाई व थाने के हिस्ट्रीशीटर हैं। वर्ष 2006 में सुल्तानपुर के एक गैंगवार में माफिया अजय सिपाही के साथ मुकदमे में शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक इसमें तीन लोगों की हत्या हुई थी। तत्समय सुल्तानपुर जिले की सदर कोतवाली में इन पर हत्या, प्राणघातक हमला, बलवा, गँगस्टर समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज है।
अहिरौली थाने में बंटी सिंह के खिलाफ गैंगस्टर समेत दो तथा बेवाना में रंगदारी का केस दर्ज है। पुलिस को दोनों भाइयों की मौजूदगी घर पर होने की मिली थी। एसपी डा. कौस्तुभ ने महरुआ थानाध्यक्ष को गिरफ्तारी का निर्देश दिया। पुलिस ने गिरफ्तारी को टीम बनाकर उसके घर पर दबिश दी, पर सफलता नहीं मिली। चर्चा है कि पुलिस के पहुंचने से पहले वे भाग गए। थानाध्यक्ष विजय तिवारी ने बताया कि दबिश दी गई, पर कोई मिला नहीं और घर में तालाबंद था।
