भाजपा ने आधे देश को भिखारी बना दिया : आकाश आनंद

भाजपा ने आधे देश को भिखारी बना दिया : आकाश आनंद



अंबेडकरनगर। बसपा के नेशनल कोआर्डिनेटर आकाश आनंद ने शुक्रवार को कहा कि भाजपा सरकार ने दस साल में आधे देश को भिखारी बना दिया। उनका तंज मुफ्त राशन को लेकर था। बोले कि दस साल की सत्ता के बाद भाजपा नेता आपसे वोट मांगने आएं तो आप उनसे सिर्फ यह सवाल करें कि शिक्षा, सुरक्षा व रोजगार पर क्या किया? इसपर भाजपा का असली चेहरा सामने आ जाएगा। प्रतिवर्ष 12 हजार का राशन देकर युवाओं को ढाई लाख की नौकरी से वंचित किया गया है।



बसपा के नेशनल कोआर्डिनेटर आकाश आनंद ने शुक्रवार को कहा कि भाजपा सरकार ने दस साल में आधे देश को भिखारी बना दिया। उनका तंज मुफ्त राशन को लेकर था। बोले कि दस साल की सत्ता के बाद भाजपा नेता आपसे वोट मांगने आएं तो आप उनसे सिर्फ यह सवाल करें कि शिक्षा, सुरक्षा व रोजगार पर क्या किया? इसपर भाजपा का असली चेहरा सामने आ जाएगा। प्रतिवर्ष 12 हजार का राशन देकर युवाओं को ढाई लाख की नौकरी से वंचित किया गया है।


अकबरपुर नगर के शिवबाबा मैदान पर आयोजित रैली में आकाश आनंद ने कहा कि भाजपा सरकार दस साल से सत्ता में है। भापा नेता जब वोट मांगने आएं तो उनसे पूछिए कि आप के हित के लिए क्या किया है? उनसे हर हाल में तीन सवाल करें। जाति, धर्म व मंदिर पर सवाल करने की जरूरत नहीं।


आकाश ने कहा कि एक दशक की सत्ता में शिक्षा के नाम पर सिर्फ मजाक किया गया। अंग्रेजी व गणित की समझ स्कूलों में नहीं विकसित हो पा रही। डिजिटल इंडिया का दावा तो करते हैं, लेकिन हकीकत यह है कि 65 प्रतिशत स्कूलों में कंप्यूटर ही नहीं है। आज देश में मुफ्त राशन का ढिंढोरा पीटा जा रहा है। सत्ता में आने से पहले दो करोड़ नौकरी देने का वादा किया था। यह नौकरी मिलती तो कम से कम ढाई लाख रुपये प्रत्येक परिवार का युवा अवश्य नौकरी के जरिए घर लाता। यह न करते हुए सरकार सिर्फ साल में अधिकतम 12 हजार रुपये का राशन थमा रही। इससे हमारी प्रगति नहीं होने वाली। हमें बहुजन समाज की प्रगति चाहिए, इसलिए बिना नौकरी बहुजन समाज या सर्व समाज का भला नहीं होने वाला है।



इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल, पूर्व सांसद घनश्याम खरवार, जोन कोआर्डिनेटर दिनेश चंद्रा, पूर्व सांसद बलिराम, जिलाध्यक्ष सुनील सावंत, पूर्व जिलाध्यक्ष अरविंद गौतम, अंबेडकरनगर प्रत्याशी हाजी कमर हयात, अयोध्या प्रत्याशी सच्चिदानंद पांडेय, श्रावस्ती से दद्दन खान भी मौजूद रहे।


बसपा ने फिर से चला मुस्लिम प्रत्याशी पर दांव


बसपा ने जिस कमर हयात को लोकसभा का टिकट थमाया है वह पार्टी में लंबे समय से सक्रिय हैं। जिले में उनकी पहचान सरल छवि के नेताओं में है। पार्टी ने पहले जिन कलामशाह को टिकट दिया था उनके सामने जिले में पहचान का संकट था, लेकिन कमर हयात के साथ ऐसा नहीं है। सभी पांच विधानसभा क्षेत्रों में वे किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं।



लड़ चुके हैं विधानसभा चुनाव


वर्ष 2002 में बसपा के टिकट से जलालपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके हैं। तब राकेश पांडेय विजयी हुए थे। कमर हयात 47,524 मत के साथ दूसरे स्थान पर रहे। खास बात यह रही कि उन्होंने कई बार के विधायक रहे भाजपा प्रत्याशी शेरबहादुर सिंह को लगभग चार हजार मतों से पीछे छोड़ दिया था। इसके बाद उन्होंने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन 2007 में बसपा के समर्थन से चुनाव लड़कर जलालपुर नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष चुन लिए गए।


पांच वर्ष बाद फिर हुए नगर परिषद के चुनाव में उन्हें पराजित कर सपा के अबुल बशर अंसारी नगर परिषद अध्यक्ष बन गए। वर्ष 2017 के चुनाव में सीट महिला के लिए आरक्षित हो गई। इस बार कमर हयात की पत्नी फरजाना खातून बसपा के समर्थन से अध्यक्ष बन गईं। हालांकि इसके बाद हुए चुनाव में अबुल बशर अंसारी की पत्नी खुर्शीद जहां जीतकर अध्यक्ष बनीं तो फरजाना को हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बाद अब कमर हयात बतौर बसपा प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।

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