कोलकाता। डॉ पवन कुमार शर्मा के नेतृत्व में इंडिपेंडेंट रिसर्च एथिक्स सोसाइटी प्रतिदिन ही आयुर्वेद के साथ मनाती हैं। कल वर्ल्ड फिलोसॉफी डे के उपलक्ष में श्आयुष दृ फिलोसॉफी ऑफ लाइफ विषय पर देश विदेश से वक्ताए प्रतिनिधिगण तथा श्रोतागण ष्आयुष समृद्धि इंटरनेशनल वेबीनार से जुड़े।
लोकप्रिय वक्ताओं में ब्रह्म कुमारी की दीदी किरण जी बरानग से प्रो महेश व्यास आल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ आयुर्वेदा, नई दिल्ली से प्रोण् अहसान फ़ारूक़ी यूनानी कॉलेज, हैदराबाद से डॉ विजय कुमार होमियोपैथी इंस्टिट्यूट मेघालय, शिलांग से डॉ मोर्तेजा मोजाहेड़ी ईरान से, डॉ रशीद जोहांसबर्ग से जुड़े हुए थे। आयुर्वेदा और सिस्टर हेल्थ साइंसेज में जीवन जीने की कला और स्वास्थ्य की बहुत अच्छी.अच्छी बातें हुईं! वक्ताओं की स्पीच के बाद खुली चर्चा हुई। जिसमे प्रोण् बी ण्शर्मा गुवाहाटी आयुर्वेदा कॉलेज के भूतपूर्व प्रिंसिपल प्रो विके अग्निहोत्री स्वस्थवृत्त डिपार्टमेंट हरिद्वार से प्रो सीण्बी जह सशास्त्री वाराणसी से डॉ यूनुस मुंशी कोलकाता से डॉ देबनाथ और पचास से भी अधिक देशों से डेलीगेट्स वेबेक्स प्लेटफार्म में जुड़े हुए थे।
इस प्रोग्राम का लाइव टेलीकास्ट यूट्यूब में इस लिंक पर है -
https://www.youtube.com/watch?v=iaADH8D7P78
इस कार्यक्रम की ख्याति विश्व आयुर्वेदा परिषद्ए झंडू इमामी मेडफार्मा के सहयोग से देश.विदेशों में फैली हुई है। इसके पहले भी बहुत सारे अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि जैसे प्रो मदन थांगवेलु कैंब्रिज सेए डॉ भास्वती भट्टाचार्य अमेरिका सेए डॉ हरीश वर्मा कनाडा से डॉ वाल्डिस लाटविया से डॉ वेंकट लंदन से इस कार्यक्रम से जुड़ चुके हैं।
रसशास्त्र से ले कर दैनिक जीवन में लाभकारीए म्यूजिक से ले कर योगा पिछले एक साल से अधिक बहुत सारे दिवस मनाये गए हैं। कोई भी इच्छुक इन कार्यकर्मो में जुड़ सकते हैं। यूट्यूब लाइव ब्रॉडकास्ट या वेबेक्स मीटिंग ऑर्गेनाइजर के द्वारा।
तो आइए आयुर्वेदा को समझें और हर दिन आयुर्वेदा दिवस मनाये। डॉ पवन शर्मा जो इस कार्यक्रम के मेजबान हैं उनका मानना है कि अभी बहुत कुछ करना हैं लोगों में अच्छे स्वस्थ के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए।इंडिपेंडेंट रिसर्च एथिक्स सोसाइटी की पूरी टीम को साधुवाद! आने वाले दिनों में उनकी इंस्टिट्यूट से एकेडमिक और जनरल शार्ट कोर्सेज आयुर्वेदा और स्वस्थ के शुरू किये जायेंगे।

