अम्बेडकरनगर। प्रशासनिक कार्रवाई के खौफ के बीच आलापुर तहसील में कार्यरत लेखपाल के संदिग्ध हालात में गायब होने का मामला अब सुलझता नजर आ रहा है। उक्त लेखपाल को पुलिस द्वारा प्रयागराज से बरामद करने की बात सामने आई है। हालांकि, पुलिस अभी इस बाबत कुछ कहने से बच रही है। आलापुर तहसील में कार्यरत लेखपाल राम सजीवन वर्मा के बीते 28 मार्च को उस समय गायब होने की बात सामने आई, जब राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना में बड़ी लापरवाही पाए जाने पर एसडीएम मोहनलाल गुप्ता द्वारा कई अन्य लेखपालों सहित राम सजीवन के विरुद्ध कार्रवाई शुरू करते हुए उन्हें नोटिस रिसीव कराने के लिए तहसील कार्यालय बुलाया गया था।
रामसजीवन के घर से निकलने के बाद अचानक रास्ते से गायब होने की चर्चा शुरू हो गई। उसका मोबाइल भी बंद मिला। तत्समय लेखपालों की बैठक में हंगामे के बीच राम सजीवन की पत्नी मिथिलेश ने एसडीएम पर ही लेखपाल की हत्या का आरोप लगाते हुए एसपी समेत थाने में तहरीर दी थी, लेकिन दूसरे ही दिन तहरीर बदलकर मात्र गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज कराया। तभी से गायब लेखपाल के बारे में तरह-तरह की चर्चाएं चलती रहीं, जिसमें कार्रवाई के डर से उक्त लेखपाल द्वारा खुद ही गायब होने का नाटक रचे जाने की बात प्रमुख रही। इधर लेखपाल के गायब होने से उसके परिवार के लोग परेशान होकर लगातार तहसील से थाने तक चक्कर लगाते रहे।
सर्विलांस सेल सहित पुलिस टीम लेखपाल की तलाश में लगातार जुटी रही। पखवाड़े भर बाद पुलिस टीम द्वारा शुक्रवार को उसे प्रयागराज से बरामद करने की बात सामने आई। एसडीएम मोहनलाल गुप्ता ने बताया कि उन्हें भी सूचना मिली है, लेकिन अधिकृत पुष्टि पुलिस ही कर पाएगी। थानाध्यक्ष शंभूनाथ ने बताया कि वह मीटिग में हैं, उन्हें अभी पूरी जानकारी नहीं है। लापता लेखपाल राम सजीवन वर्मा को प्रयागराज से बरामद कर लिया गया है। जल्द ही उन्हें अंबेडकरनगर लाया जाएगा।
