अम्बेडकरनगर। भीटी तहसील इलाके में बरेड़ीया गांव के पास विसुही नदी में ह्यूम पाइप डाल कर दर्जनों गांव के हजारों लोग प्रतिदिन अपना जान जोखिम में डाल कर आते जाते है ग्रामीणों का कहना है कि इस पुल को बनवाने के लिए कई बार जनप्रतिनिधियों से कहा गया लेकिन किसी जनप्रतिनिधि ने इस पर ध्यान नही दिया। सरकार विकास के बड़े बड़े दावे करती है लेकिन अभी ऐसे भी गांव है जहाँ के लोगो के आने जाने का समुचित रास्ता नही है और ग्रामीण अपनी जान को जोखिम में डाल कर आते जाते है।
भीटी तहसील इलाके के बरेड़ीया गांव में नदी पार करने के लिए दर्जन भर गांव के ग्रामीणों ने जन प्रतिनिधियों से नदी पर पुल के निर्माण कराने की कई बार मांग किया लेकिन जब जनप्रतिनिधियों ने उनकी नही सुनी तो दर्जन भर गांव के ग्रामीणों ने मिल कर नदी में ह्यूम पाइप डाल कर आना जाना शुरु कर दिया। भीटी तहसील इलाके के बरेडिया में पुल निर्माण हो जाने से आनन्द नगर बरामद पुर गोईथा हीड़ीपकड़िया मिझौड़ा सबना तिवारी पुर सहित दर्जनो गांव के लोगो को आने जाने के लिए 20 किमी की दूरी कम हो जाती है पुल न होने के कारण ग्रामीणों को ज्यादा दूरी तय करके जाना पड़ता है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि इस पुल के निर्माण के लिए कई बार जनप्रतिनिधियों से कहा गया लेकिन कोई नही बनवाया। लोगों ने बताया कि इस पुल के बन जाने से मिझौड़ा कटेहरी के दूरी काफी कम हो जाती। जब जनप्रतिनिधियों ने नही सुनी तो ग्रामीणों ने ह्यूम पाइप डालकर आवागमन शुरू कर दिया लेकिन पानी बरस जाने के बाद उस रास्ते से जाना मुश्किल हो जाता है। कहा कि इस पुल के बन जाने से लोगो को आने जाने में बहुत राहत मिलता।
