कोटेदार की शिकायत करना ग्रामीणों को पड़ा भारी
राशन न मिलने से महरूम गरीब कार्ड धारकों को सीआरपीसी 107 /16 के तहत भेजा गया नोटिस
नोटिस को लेकर उठ रहे सवाल के बीच एसडीएम टांडा ने पुलिस को दिए जांच के आदेश
4 महीने तक नहीं मिला था राशन, डीएम के यहां कई बार हुई थी शिकायतें
थाना अलीगंज की जांच आख्या पर एसडीएम ने किया पाबंद
विधानसभा चुनाव के दौरान राशन न मिलने से खफा ग्रामीणों ने किया था वोट का बहिष्कार
4 महीने तक राशन ना दिलवा पाने वाले पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को अब सता रही है शांति भंग की आशंका
अम्बेडकरनगर। जिले के टांडा तहसील अंतर्गत फरीदपुर कुतुब गांव के कुछ लोगों ने कोटेदार द्वारा कम राशन मिलने की शिकायत की । इसके बाद दबंग कोटेदार तुलसीराम ने ग्रामीणों को राशन देना ही बंद कर दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने जिलापूर्ति अधिकारी, तहसील की आपूर्ति विभाग के निरीक्षक से लेकर जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी टांडा को कई पत्र लिखे लेकिन नतीजा वही ढाक के तीन पात। महीनों चली लड़ाई के बाद प्रशासन हरकत में आया और ग्रामीणों के राशन कार्ड को दूसरे कोटेदार के यहां ट्रांसफर कर राशन दिलवाया लेकिन पिछला राशन उन्हें अब तक नहीं मिल सका।
अलबत्ता गांव के इन गरीब और असहाय लोगों को थाना अलीगंज की आख्या के आधार पर उपजिलाधिकारी टांडा द्वारा सीआरपीसी 107 /16 में पाबंद किया जा रहा है। फरीदपुर कुतुब चुनाव के पहले और विधानसभा चुनाव के बाद तक राशन न मिलने की समस्या को लेकर सुर्खियों में बना रहा। अखबारों में और सोशल मीडिया पर तमाम खबरें प्रकाशित हुई लेकिन जिले के संबंधित अधिकारियों पर कोई फर्क नहीं पड़ा।
ग्रामीणों को 4 महीने का राशन जिले का प्रशासन और आपूर्ति विभाग नहीं दिलवा पाया उन ग्रामीणों को अब पुलिस और प्रशासन के सहयोग से परेशान करने की कोशिश की जा रही है। जो ग्रामीण अपना हक मांग रहे हैं अब उन्हें वकील और गवाह ढूंढ कर एसडीएम की कोर्ट में जाकर जमानत लेनी होगी। उप जिलाधिकारी ने इस बारे में बताया कि उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा भेजी गई आख्या के आधार पर 111 के तहत नोटिस भेजा गया है। इस मामले की दोबारा जांच की जाएगी।
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