अम्बेडकरनगर। अकबरपुर क्षेत्र से गुजरने वाली तमसा नदी के किनारे अवैध रूप से बिल्डिंग बनाकर नदी पर अतिक्रमण करने वाले भवनों का प्रशासन के चिन्हित कर लेने के बाद लोगों की निगाहें अब डीएम के निर्णय पर टिकी हुई हैं। जिन लोगों के मकान को प्रशासन ने चिन्हित कर लिया है, वह लोग अपने मकान को बचाने के लिए राजनीतिक पैरवी से लेकर कानूनी दांव पेंच तक सारे तिकड़म आजमा रहे हैं।
ऐसे में तमसा नदी के किनारे बने मकानों पर अब संकट के बादल मडरा रहे हैं। अब सभी की निगाहें डीएम के निर्णय पर टिकी हैं। तमसा नदी के किनारे किए गए अवैध अतिक्रमण को लेकर प्रशासन ने जब से सीमांकन का कार्य शुरू किया है, तभी से चट्टी चौराहे पर इस बात को लेकर चर्चा है कि प्रशासन की तरफ से कितनी कार्रवाई की जाएगी।
नगर पालिका इलाके में करीब 500 से ज्यादा भवन, स्कूल एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठान इसकी चपेट में आएंगे। वहीं नगर पालिका इलाके के मिर्जापुर में करीब 50 घरों को चिन्हित किया गया है। यहां के स्थानीय निवासी बृजभूषण ने बताया, करीब 50 घरों को चिन्हित किया गया है। जिन लोगों के घरों को चिन्हित किया गया है, वह बेहद परेशान हैं कि आखिर उनका घर टूटेगा या बचेगा। तहसील प्रशासन के नापी की रिपोर्ट डीएम के पास पहुंच गई है। ऐसे में अब देखना होगा कि पूरे मामले में डीएम सैमुअल पॉल एन क्या निर्णय लेते हैं।
नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी बीना सिंह ने बताया कि नगर पालिका एवं राजस्व की टीम ने मिलकर निशानदेही कर ली है। पूरे मामले की रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेज दी गई है। उन्होंने बताया कि आगे जो भी आदेश होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी।

