
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भोलेंद्र प्रताप सिंह
अम्बेडकरनगर। जर्जर परिषदीय स्कूलों के बाबत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भोलेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि परिषदीय स्कूलों में लगातार सुविधाएं बेहतर की जा रही हैं। जर्जर हो चुके भवनों को तकनीकी टीम से चिह्नित कराने के साथ ही उनका मूल्यांकन कराया जा रहा है। जल्द ही नीलामी कराकर उनके ध्वस्तीकरण की कार्यवाही शुरू की जाएगी।
बेसिक शिक्षा विभाग के निर्माण प्रभारी विकास कुमार ने बताया कि प्रत्येक विद्यालय में भवन निर्माण के लिए 15.14 लाख रुपये मिले हैं। इससे काम कराया जा रहा है। कहा कि जो भवन आगामी दिनों में ढहाए जाएंगे, उनके स्थान पर नए भवन के निर्माण के लिए भी प्रस्ताव भेजा जाएगा।
10 हजार से अधिक बच्चों के लिए खतरे का सबब बने 75 परिषदीय स्कूलों के जर्जर भवन जल्द ही जमींदोज किए जाएंगे। इसके बाद यहां नए भवन बनाए जाएंगे। बेसिक शिक्षा विभाग के निर्देश पर तीन ब्लॉकों में ऐसे भवनों को चिह्नित किया जा चुका है। नीलामी की प्रक्रिया के बाद ध्वस्तीकरण शुरू होगा। परिषदीय स्कूलों में बेहतर संसाधन व भवन उपलब्ध कराने के लिए सरकार कायाकल्प योजना के तहत बड़े पैमाने पर काम करा रही है। ऐसे में लगातार उन जर्जर भवनों को भी ढहाया जा रहा है जो निष्प्रयोज्य पड़े हैं।
लोक निर्माण विभाग, आरईएस व लघु सिंचाई विभाग के अवर अभियंताओं की टीम ने टांडा, बसखारी व रामनगर शिक्षा क्षेत्र के ऐसे 75 स्कूलों के भवनों को चिह्नित किया है जो बच्चों की सुरक्षा के लिए अब खतरा बन चुके हैं। जहांगीरगंज, भीटी व अकबरपुर में भी सत्यापन का काम जारी है। जल्द ही इन ब्लॉकों में भी स्कूलों के जर्जर भवनों को चिह्नित कर लिया जाएगा।
टीम ने टांडा के उच्च प्राथमिक विद्यालय सूरापुर, कम्पोजिट विद्यालय पेठिया, प्राथमिक विद्यालय खासपुर, मखदूमनगर, डुहिया, अमिया बाभवनपुर, महरीपुर, सम्हरिया, सूरापुर, दौलतपुर महमूदपुर, गौरागूजर, हकीमपुर, इस्माइलपुर बेल्दहां, रायपुर, बलया जगदीशपुर, भुवालपुर, गिरधरामऊ, मीठेपुर, नरायनपुर पश्चिमी व पूर्वी, बेलासपुर, चितवई, गनेशपुर, खासपुर, खूखूतारा, चंदौली द्वितीय, सादीपुर, अमेदा, चांदपुर जुड़ावन, कलेसर, केदारनगर, सलाहुद्दीनपुर आदि में स्कूलों के जर्जर भवनों को चिह्नित किया है। पूर्व में ढहाए गए 45 जर्जर भवनों के स्थान पर इन दिनों 17 विद्यालयों में भवनों का निर्माण चल रहा है।