अंबेडकरनगर। आलापुर क्षेत्र में जिला पंचायत द्वारा निर्मित सड़कों की स्थिति अब किसी से छिपी नहीं रही। मरम्मत के नाम पर केवल आश्वासन ही मिलते हैं, जबकि जर्जर सड़कों की हालत अब सुधरने के बजाय और भी बिगड़ गई है।
आलापुर और रामनगर मुख्यालय को जोड़ने वाली सड़कों का तो खात्मा ही हो गया है। इन सड़कों पर हर दिन हजारों लोग गुजरते हैं, लेकिन उनका हर कदम अब गड्ढों और टूटे हुए मार्गों के बीच कांपते हुए होता है।
इन रास्तों की स्थिति अब इतनी खतरनाक हो चुकी है कि सिपाह से बौराव और अशरफाबाद जाने वाली सड़कें पूरी तरह से उधड़ी हुई हैं। जगह-जगह गहरे गड्ढे बने हैं, जिनमें राहगीर गिरकर घायल हो रहे हैं, और कोई जिम्मेदार अधिकारी इन पर ध्यान नहीं दे रहा।
ज़रा सोचिए, जब सड़कों की मरम्मत के लिए हर साल करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं, तो फिर ये गड्ढे किसकी नज़रें नहीं देख पाते हैं? जिला पंचायत की खामोशी इस बात का प्रतीक बन चुकी है कि विकास के दावे और हकीकत के बीच कितना बड़ा अंतर है।
जब तक जिला पंचायत अपनी कुंभकर्णी निद्रा से नहीं जागेगा, आलापुर की सड़कों की बदहाली और बढ़ेगी, और राहगीरों की मुश्किलें कम नहीं होंगी।
