अम्बेडकरनगर: फरीदपुर कुतुब गांव के राशन कार्डधारकों के चुनाव बहिष्कार मामले ने पकड़ा तूल

अम्बेडकरनगर: फरीदपुर कुतुब गांव के राशन कार्डधारकों के चुनाव बहिष्कार मामले ने पकड़ा तूल


ग्रामीणों की चेतावनी से प्रशासन और पूर्ति महकमा हलकान, पहुंचा गांव

विस क्षेत्र के प्रत्याशियों के लिए वोट का बखार बना फरीदपुर कुतुब

इस प्रकरण में गरीबों का साथ देने वाले लोग 107/116 में किये जा सकते हैं पाबन्द

अम्बेडकरनगर। जनपद अम्बेडकरनगर की तहसील टाण्डा के एक गाँव फरीदपुर कुतुब में गाँव वासियों ने विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों को अपनी ओर आकर्षित कर लिया है। इन ग्राम वासियों ने राजनैतिक दलों ही नहीं प्रशासन व सरकारी तन्त्र को भी हिला कर रख दिया है। फरीदपुर कुतुब के सैकड़ों राशन कार्डधारकों ने विधानसभा चुनाव-2022 का बहिष्कार करने की बात कही है। कारण यह बताया जा रहा है कि उक्त गाँव के गरीब राशन कार्ड धारकों को 3 महीने से वहां के कोटेदार ने राशन और अन्य सामग्रियां नहीं दिया है। सरकार की मुफ्त राशन देने की योजना को गरीब कोटेदारों ने सुना अवश्य है लेकिन कोटेदार की करतूत से अनाज का एक दाना भी नहीं पाया है। यह मामला मीडिया की सुर्खियों में है। 

मीडिया की खबरों के अनुसार ग्रामीणों ने टाण्डा के एसडीएम से कोटेदार के खिलाफ शिकायत की थी। कोटा निरस्त भी हो गया था परन्तु पूर्ति विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों ने कोटेदार के धनबल के प्रभाव में आकर कोटा बहाल करवा दिया। यह मामला तूल पकड़ने लगा है। फरीदपुर कुतुब के ग्रामीणों की गेहूँ, चावल, चना, नमक, तेल और चीनी पाने की लालसा धरी की धरी रह गई। अब तो पुनः बहाल हुआ कोटेदार गरीब कार्डधारकों पर अपने प्रभाव का रौब भी जमा रहा है। 

मीडिया में सर्वाधिक चर्चित फरीदपुर कुतुब के वासिन्दों की लोकतंत्र के महापर्व चुनाव मतदान का बहिष्कार करना जिला प्रशासन, पूर्ति महकमा के लिए जहाँ चिन्ता का विषय बन गया है वहीं राजनैतिक दलों के लिए कौतूहल बना हुआ है। परिणाम यह हो रहा है कि इस गांव में ग्रामीण राशन कार्ड धाकरों का मत विधान सभा क्षेत्र के प्रत्याशी फरीदपुर कुतुब की तरफ अपना रूख कर लिये हैं। गाँव के बाहर फरीदपुर कुतुब के राशन कार्डधारकों के आक्रोश का परिणाम चुनाव बहिष्कार दूर से ही स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है। 

गाँव वासियों ने एक लम्बा-चौड़ा बोर्ड गांव के बाहर लगा दिया है, जिसमें चुनाव के बहिष्कार का ऐलान किया गया है। टाण्डा विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत फरीदपुर कुतुब गांव का यह मामला जैसे ही मीडिया की सुर्खियों में आया सप्लाई महकमे को सांप सूंघ गया। इस क्षेत्र के पूर्ति निरीक्षक से सम्पर्क साधने में मीडिया असफल रही। इस बावत बताया गया है कि पूर्ति निरीक्षक सर्वेश शर्मा तूल पकड़े मामले से बौखलाये जिला मुख्यालय स्थित सप्लाई विभाग के मुखिया और वरिष्ठ सहायक की शरण में पहुंच चुके हैं।  


हमने जब डीएसओ ऑफिस के बड़े बाबू मोहम्मद अब्बास को फोन कर टाण्डा के सप्लाई इंस्पेक्टर का नाम और उनका सम्पर्क नम्बर जानने का प्रयास किया तो मोहम्मद अब्बास ने कहा कि क्या बात करनी है? उन्होंने बगैर उनका नाम बताये कहा लीजिए यहीं बैठे हैं सप्लाई इंस्पेक्टर साहब जो बात करनी है कर लीजिए। इसी बीच फोन कट गया और बात सम्भव नहीं हो सकी। ए.आर.ओ. अमरजीत सिंह से जब बात करने का प्रयास किया गया तो उनका फोन ही नहीं उठा। 

मीडिया में प्रकाशित व प्रसारित हो रही खबरों से पता चला है कि पूर्ति निरीक्षक सर्वेश शर्मा ने कहा है कि फरीदपुर कुतुब के मामले का हल जल्द निकाल लिया जायेगा। राशन कार्डधारकों की शिकायत की जांच हो रही है। आने वाले दिनों में उच्चाधिकारियों को इसकी रिपोर्ट भेज दी जायेगी। यह तो रही सप्लाई इंस्पेक्टर की बात। तीन महीने से राशन पाने से वंचित गरीब कार्ड धारकों के भूखे पेट में निवाला कैसे जायेगा? 

प्रिन्ट, वेब और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में फरीदपुर कुतुब गांव का मामला इस कदर छाया हुआ है कि वर्तमान में विधानसभा के चुनाव में प्रत्याशियों की सक्रियता और सरगर्मी भी फीकी पड़ रही है। यह मामला बहुत गम्भीर होता जा रहा है। उक्त गांव के गरीब राशन कार्डधारकों को 3 महीने से दाल-रोटी मयस्सर नहीं हो पा रही है। यदि यह कहा जाये कि सरकार की दाल-रोटी योजना पर ताला लग गया है तो गलत नहीं होगा। 

चर्चा है कि गांव का कोटेदार पहुंच वाला और इतना प्रभावशाली है कि डीएसओ, एआरओ, पूर्ति निरीक्षक तथा पूर्ति विभाग के अन्य कर्मचारी उसके सामने नतमस्तक हो चुके हैं। अनेको शिकायतों के बावजूद टाण्डा के फरीदपुर कुतुब गांव के लोगों को 3 महीने से सरकार द्वारा दिया जाने वाला निःशुल्क खाद्यान्न नहीं मिल रहा है। कोटेदार इतना प्रभावशाली है कि एसडीएम टाण्डा भी उससे गरीबों को राशन नहीं दिलवा पा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार ज्ञात हुआ है कि फरीदपुर कुतुब गांव के मामले में गरीब राशन कार्ड धारकों का पक्ष लेने वाले गांव व आस-पास के जागरूक लोगों को सी.आर.पी.सी. धारा 107/116 में पाबन्द करने के लिए एसडीएम टाण्डा ने स्थानीय पुलिस को आदेश दिया है। 

-रीता विश्वकर्मा, 8423242878

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