योगी वहीं बोलते हैं, जो उन्हें सिखाया जाता: जयंत चौधरी

योगी वहीं बोलते हैं, जो उन्हें सिखाया जाता: जयंत चौधरी

मुजफ्फरनगर में खतौली आगमन से कुछ देर पहले ही रालोद मुखिया जयंत चौधरी ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर जुबानी हमला बोला। उन्होंने कहा कि सीएम झगड़े की याद दिलाकर लोगों को उकसाना चाहते हैं। जयंत ने आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव के दौरान भी योगी आदित्यनाथ ने शामली और मुजफ्फरनगर के बारे में कुछ बातें आपत्तिजनक कही थी। उन्होंने कहा कि सीएम वही बोलते हैं, जो उन्हें सिखाया जाता है।



बुधवार को रालोद मुखिया जयंत चौधरी शहर की नजर कालोनी स्थित डॉ. हाशिम रजा जैदी के आवास पर पहुंचे। वहां उन्होंने डॉ. जैदी के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी हासिल कर योगी आदित्यनाथ पर भी जुबानी हमला बोला। उन्होंने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ उप चुनाव के दौरान अपने लोगों को झगड़े के बारे में उकसाना चाहते हैं।


जयंत ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान भी उन्होंने मुजफ्फरनगर और शामली के बारे में आपत्तिजनक बाते की थी। जयंत ने कहा कि लेकिन योगी आदित्यनाथ को दोनों जिलों की जनता ने अपनी वोट से जवाब दे दिया था। बुधवार को सीएम योगी के खतौली आगमन पर जयंत चौधरी ने कहा कि उनको पुरानी रट है। उन्होंने कहा कि वह चाहेंगे 5 तारीख को लोग वाेट देकर जवाब देंगे।


उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ सूबे के मुख्यमंत्री हैं, उनके कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी है। कहा कि कोई भी परिवार का मुखिया होता है, वह चाहता है कि उसका परिवार फले-फूले। सब लोग सम्मान के साथ जिंदगी बिताएं। लेकिन यह पहली बार हो रहा है कि एक मुख्यमंत्री झगड़ा चाहता है। उन्होंने कहा कि वे अपने लोगों को उकसाकर जाएंगे।


सपा नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री मो. आजम की वायरल वीडियो में काफी भावनात्मक बयान दिये जाने के सवाल पर जयंत चौधरी ने कहा कि आजम खान सहमे हुए से लग रहे हैं। वह मजबूत आदमी हैं, अच्छे व्यक्तित्व के धनी हैं। उन्होंने चौ.चरण सिंह को करीब से देखा है। उनमें एक मजबूत लोहा है, वह वही रहेगा। कहा कि उनके चुनाव में वह 3 दिसंबर को रामपुर जाएंगे।


नेताओं के रालोद और सपा छोड़ने के सवाल पर जयंत चौधरी ने कहा कि यह चुनावी सफर होता है, लोग आते हैं, जाते हैं। कहा कि उन्होंने राजनीति में अनुभव किया है कि उन लोगों की कद्र करनी चाहिए जो आ रहे हैं, उनकी कद्र करनी चाहिए जो टिके रहें। उनके प्रति प्रेम भाव होना चाहिए। उनकी फिक्र नहीं करनी चाहिए जो जा रहे हैं। जनपद में सांप्रदायिक एका के सवाल पर उन्होंने कहा कि यहां हिंदु-मुस्लिम के बीच कभी कोई खाई थी ही नहीं।


वह सिर्फ एक रेत में लकीर थी जो अपने आप पट गई। उन्होंने कहा कि लोगों के बीच आकर उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है। वह डा. हाशिम रजा जैदी के स्वास्थ्य का हालचाल लेने आए हैं। मदन भैया के बाहुबली होने के बारे में उन्होंने कहा कि चुनाव के समय ऐसी बाते उछाली जाती हैं। इनके कोई मायने नहीं होते। सवाल ये है कि अच्छा जनप्रतिनिधि कौन हो सकता है। मदन भैया को अच्छा अनुभव है, वह 4 बार विधायक रह चुके हैं। जो संघर्ष की जरूरत है, जिस तरह से यहां के दबे कुचले लोग चाहते हैं कि मजबूती से सामना हो। अगर सरकार से काम लेना है, मजबूती से पक्ष लेना है। उसके लिऐ वह काबिल हैं।


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