अंबेडकरनगर। पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड के सर्वाधिक चर्चित जेई के 13 साल के काले कारनामों के बारे मे विस्तार से लिखने और प्रकाशित करने के पहले कुछ अति महत्वपूर्ण जानकारी देना आवश्यक हो गया है।
1, यह कि उसके निकटतम रिश्तेदार जो मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग थे और मुख्यालय से संबद्ध थे, ने उनका स्वास्थ्य खराब रहने की वजह से स्वैक्षिक सेवा निवृत्ति ले लिया है।
2, जिले के बड़े प्रभावशाली एवम बाहुबली लोगों से इस जेई ने और भी प्रगाढ़ता बढ़ाना शुरू कर दिया है। ऐसा करने के पीछे इसका एक मात्र उद्देश्य है येन केन धन कमाना।
3, वाराणसी के निकट इलाके का रहने वाला यह जेई अब काफी अनुभवी हो चुका है। अपने 13 साल की सेवा में इसने धन तो अकूत कमाया परंतु विभागीय वरिष्ठों के साथ अच्छा व्यवहार नही बनाया।
4, इस जेई के व्यवहार से पीडब्ल्यूडी का कोई भी मुलाजिम खुश नहीं!
5, विभागीय सूत्रों के अनुसार 8 10 साल पहले इस जेई की तात्कालिक एक एक्स इ एन से किसी बात को तकरार हो गई थी। बाद में उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप से प्रकरण का पटाक्षेप हो गया था। मामला एक सड़क निर्माण में काफी बड़े घपले कमीशन खोरी से संबंधित था।
5, ठेकेदारों से मोटी मन वांछित कमीशन राशि लेने वाला यह जेई विभाग में सभी को खटकने लगा था। यह अपने खास दोस्त यारों और रिश्तेदार के बलबूते और पहुंच का लाभ उठाने वाला जिले के पीडब्ल्यूडी महकमे का सर्वाधिक धनी जेई में गिना जाता है।
6, विभाग के अन्य पीड़ित कर्मचारियों के मुंह से इसके बारे में यह सुना जाता है
खईके पान बनारस वाला, खुलि जाए बंद अकल का ताला।
हो छोरा गंगा किनारे वाला.......
7, सड़को के निर्माण में यह जेई अपने चहेते ठेकेदारों का भरपूर साथ देता है। उसे अपने उच्च अभियंताओं का जरा भी खौफ नहीं।
8, इस जेई को बीएसपी ,एसपी और भाजपा सभी पार्टियों के शासन काल में विभागीय कमाई में हाथ खोलने का अवसर मिल चुका है। सभी पार्टियों के पदाधिकारी और माननीय इसके जन पहचान वाले बताए गए हैं। इस जेई को पैसा कमाने वाला सबसे बड़ा हुनरमंद कहा जाता है।
9, विभाग के एक पूर्व एक्स ई एन भी इसकी हरकतों से आजिज़ आ चुके थे। मजबूरी वश वह इसे झेल रहे थे।
10,वर्तमान एक्स इ एन, खंड के एई तक के वजूद को यह जेई नजरंदाज करता है।
11, संगठन का पूर्व पदाधिकारी रह चुका यह जेई
विभागीय दबंग कहलाता है।
नोट:-
जेई की करतूतों का लेखा जोखा संग्रहित संकलित किया जा रहा है। आप हमारे साथ बने रहें।
विभागीय घपले घोटालों, कमीशन खोरी से कमाए अकूत धन और कई चौंकाने वाले कारनामे ( सभी तथ्यपरक ) प्रकाशित किए जायेंगे।
हमने न काहू से दोस्ती और न काहू से बैर के दृष्टिगत इस स्टोरी को लिखा है।
(यह सभी विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर है।)
